कुछ लोग सफर कै दोरान एक अँधेरी सुरुँग से गुजर रहै थै....!
उनके पेरो मे कुछ कँकर चुभे....!
तो कुछ लोगो ने इस ख्याल से कि किसी और को ना चुभे....!
इसलिए नेकी की खातिर उठाकर जैब मे रख लिए.,..,.!
कुछ ने ज्यादा उठाए तो कुछ ने कम उठाए जब वे अँधेरी सुरँग से बहार आए तो...........!
देखा कि वो हीरै थै! जिन्होने कम उठाए वौ पछताए!
कि ज्यादा क्यो नही उठाए जिन्होने नही उठाए वौ और पछताए!
कि ज्यादा क्यो नही उठाए जिन्होने नही उठाए वौ और पछताए!
दुनिया मे जिन्दगी कि मिसाल इस अँधेरी सुरँग जेसी है......!
और नेकी यँहा कँकररो कि जैसी है......!
इस जिन्दगी मै जो नेकी कि वो आखिर मे हीरे कि तरह किमती होगी और इन्सान पछताएगा कि और ज्यादा क्यो ना कि.........!
और नेकी यँहा कँकररो कि जैसी है......!
इस जिन्दगी मै जो नेकी कि वो आखिर मे हीरे कि तरह किमती होगी और इन्सान पछताएगा कि और ज्यादा क्यो ना कि.........!
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